प्रार्थना
आलोकित पथ करो हमारा
हे जग के अंतर्यामी
शुभ प्रकाश दो, स्वच्छ दृष्टि दो
जड़ चेतन सब के स्वामी
तुच्छ हमारे मन के हे प्रभु
दुर्विचार सब दूर करो
प्रेरित हों हम केवल तुमसे
ऐसी हममे शक्ति भरो
तुम्ही बन्धु हो, तुम्ही पिता हो
तुम्ही मार्गदर्शक जीवन में
भक्ति और आलोक तुम्हारा
हम उतार लें निज तन मन में.
यहान शुभ होगा कि शुभ्र ?
ReplyDeleteशुभ्र
Deleteयहान शुभ होगा कि शुभ्र ?
ReplyDeleteThis is not..real lyiril....
ReplyDeleteLyrics...
ReplyDeleteशुभ्र होगा
ReplyDeleteMeaning of full
ReplyDeleteNot original prayer
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